""सोना और खून वॉल्यूम-1"" आचार्य चतुरसेन द्वारा लिखी गई पुस्तक है जो एक ऐतिहासिक उपन्यास है। यह कथा प्राचीन भारतीय इतिहास के समय में बड़े राजस्थानी युद्धों और संघर्षों को दिखाती है। इस किताब में मुख्य कथापात्र सोना और खून नामक वीर योद्धा की कहानी का वर्णन किया गया है, जो राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों में होने वाले संघर्षों में शामिल होता है। इस कथा में धर्म, राजनीति, प्रेम, और वीरता के मुद्दे उठाए जाते हैं। आचार्य चतुरसेन की लेखनी का विशेषता है कि उन्होंने इतिहास की घटनाओं को मनोहारी कथाओं में परिवर्तित किया है और पाठकों को उस समय की वातावरण में ले जाने की कला को बढ़ावा दिया है।